Breast Cancer की जानकारी खास आपके लिए :- 
Breast Cancer (स्तन कैंसर) महिलाओं में सबसे आम प्रकार का कैंसर है, लेकिन यह पुरुषों को भी प्रभावित कर सकता है। यह तब होता है जब स्तन की कोशिकाएँ अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं और गाँठ (ट्यूमर) का निर्माण करती हैं। यदि इसे प्रारंभिक चरण में पहचाना जाए, तो इसका इलाज संभव है।
इस ब्लॉग में हम (ब्रेस्ट कैंसर) Breast cancer के कारण (Causes), लक्षण (Symptoms), निदान (Diagnosis), उपचार (Treatment) और रोकथाम (Prevention) के तरीकों के बारे में विस्तार से जानेंगे।
ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) क्या है?
Breast Cancer (ब्रेस्ट कैंसर) स्तन की कोशिकाओं में असामान्य वृद्धि के कारण होता है। यह आमतौर पर दूध उत्पादक ग्रंथियों (लॉब्यूल) या दूध वाहिनी (डक्ट्स) में शुरू होता है और यदि समय पर इलाज न किया जाए, तो यह शरीर के अन्य हिस्सों में फैल सकता है।
ब्रेस्ट कैंसर के प्रकार (Types of breast cancer)
1. डक्टल कार्सिनोमा इन सीटू (DCIS) – यह कैंसर का शुरुआती रूप है, जो केवल दूध वाहिनी तक सीमित रहता है।
2. इनवेसिव डक्टल कार्सिनोमा (IDC) – यह सबसे आम प्रकार है और शरीर के अन्य भागों में फैल सकता है।
3. इनवेसिव लॉब्यूलर कार्सिनोमा (ILC) – यह स्तन की ग्रंथियों में शुरू होता है और अन्य ऊतकों में फैल सकता है।
4. ट्रिपल-नेगेटिव ब्रेस्ट कैंसर – यह आक्रामक कैंसर का एक प्रकार है, जिसे इलाज करना मुश्किल हो सकता है।
5. इंफ्लेमेटरी ब्रेस्ट कैंसर (IBC) – यह एक दुर्लभ लेकिन गंभीर प्रकार है, जो स्तन की त्वचा को लाल और सूजनयुक्त बना देता है।
ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer) के कारण और जोखिम कारक
Breast cancer (ब्रेस्ट कैंसर) के सटीक कारणों का पता नहीं है, लेकिन कुछ जोखिम कारक इसे बढ़ाने में सहायक होते हैं:
आनुवंशिकता (Hereditary): यदि परिवार में पहले किसी को ब्रेस्ट कैंसर हुआ है, तो इसकी संभावना अधिक होती है।
हार्मोनल परिवर्तन (hormonal imbalance): एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के अधिक स्तर से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
बढ़ती उम्र (Age): उम्र बढ़ने के साथ Breast cancer (ब्रेस्ट कैंसर) का खतरा बढ़ जाता है।
अस्वास्थ्यकर जीवनशैली (Unhealthy lifestyle): धूम्रपान, शराब का सेवन और असंतुलित आहार इस बीमारी की संभावना को बढ़ा सकते हैं।
मोटापा (Obesity): अधिक वजन से हार्मोनल असंतुलन उत्पन्न हो सकता है, जिससे कैंसर का जोखिम बढ़ता है।
रेडिएशन थेरेपी का इतिहास : यदि पहले किसी अन्य बीमारी के लिए रेडिएशन थेरेपी ली गई हो, तो Breast cancer (ब्रेस्ट कैंसर) का खतरा बढ़ सकता है।
Breast Cancer (ब्रेस्ट कैंसर) के लक्षण (Symptoms)
Breast Cancer (ब्रेस्ट कैंसर) के प्रारंभिक चरण में कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होते, लेकिन कुछ संकेत जो ध्यान देने योग्य हैं:
Breast (स्तन )में गाँठ या सूजन
Breast (स्तन)के आकार या बनावट में बदलाव
स्तन या बगल में दर्द
त्वचा पर लाली या गड्डे पड़ना (डिंपलिंग)
निप्पल से असामान्य स्राव (रक्त या दूध के अलावा)
निप्पल का अंदर धंसना
Breast (स्तन) की त्वचा में खुजली या जलन
अगर इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
Breast Cancer (ब्रेस्ट कैंसर) का निदान (Diagnosis)
प्रारंभिक जांच से Breast Cancer (ब्रेस्ट कैंसर) का जल्द पता लगाना संभव होता है। इसके लिए निम्नलिखित परीक्षण किए जाते हैं:
1. मेमोग्राफी (Mammography): स्तन की एक्स-रे से कैंसर की पहचान की जाती है।
2. अल्ट्रासाउंड (USG breast): गांठ के प्रकार (सॉलिड या सिस्ट) की जानकारी मिलती है।
3. एमआरआई स्कैन: ब्रेस्ट कैंसर का विस्तृत निरीक्षण करने के लिए।
4. बायोप्सी: कोशिकाओं की जाँच करके पुष्टि की जाती है कि कैंसर है या नहीं।
Breast Cancer (ब्रेस्ट कैंसर) का उपचार (Management)
ब्रेस्ट कैंसर के उपचार का चयन उसकी अवस्था और प्रकार पर निर्भर करता है। मुख्य उपचार विधियाँ निम्नलिखित हैं:
1. सर्जरी: कैंसरयुक्त ऊतक को हटाने के लिए
लम्पेक्टोमी (गाँठ को निकालना)
मास्टेक्टोमी (पूरे स्तन को निकालना)
2. कीमोथेरेपी: कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए दवाओं का प्रयोग।
3. रेडिएशन थेरेपी: उच्च ऊर्जा किरणों से कैंसर कोशिकाओं को मारना।
4. हार्मोन थेरेपी: हार्मोन-संवेदनशील कैंसर के लिए।
5. इम्यूनोथेरेपी: शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करना।
Breast Cancer (ब्रेस्ट कैंसर) से बचाव के उपाय (Prevention)
ब्रेस्ट कैंसर से बचाव संभव नहीं है, लेकिन कुछ आदतें अपनाकर जोखिम को कम किया जा सकता है:
स्वस्थ आहार: फल, सब्जियाँ, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट युक्त आहार लें।
नियमित व्यायाम: प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें।
धूम्रपान और शराब से बचें: ये कैंसर के जोखिम को बढ़ाते हैं।
स्तनपान: बच्चों को स्तनपान कराने से कैंसर का खतरा कम होता है।
नियमित जाँच: 40 वर्ष की आयु के बाद नियमित मेमोग्राफी करवाएँ।
Breast Cancer (ब्रेस्ट कैंसर) के प्रति जागरूकता बढ़ाएँ
ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न अभियान चलाए जाते हैं।
अक्टूबर माह को ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ के रूप में मनाया जाता है।
गुलाबी रिबन (पिंक रिबन) को breast cancer (ब्रेस्ट कैंसर) जागरूकता का प्रतीक माना जाता है।
नियमित रूप से स्वयं जांच करना (सेल्फ एग्जामिनेशन) बेहद जरूरी है।
निष्कर्ष
ब्रेस्ट कैंसर एक गंभीर बीमारी है, लेकिन यदि इसका समय पर निदान और उपचार किया जाए, तो इसे हराया जा सकता है। जागरूकता, नियमित जांच और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर हम इस बीमारी के खतरे को कम कर सकते हैं। यदि आपको कोई भी लक्षण महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।
“स्वस्थ रहें, जागरूक बनें और समय पर जांच कराएँ!